आजकल के मुद्दों पे, बातें मना है।
क्योंकि ये सरकार की, आलोचना है।
मर गये सैनिक, तो जी डी पी घटेगी?,
कृषकों के मरने से, क्या बिगड़ा-बना है?
फ़र्ज़ी तस्वीरों से लेकर वीडियो तक,
हर खबर, सरकार की आराधना है ।
आज जो खबरें हैं, कल वो फ़ेक होगा,
न्यूज में खबरें नहीं, अफ़वा घना है।
गाय पर लो जान, मुस्लिम की दलित की
रक्षकों का हाथ, खूनों से सना है।
हम कड़ी निंदा के बम, फेकेंगे केवल,
हर पड़ोसी आजकल, अपना तना है।
जान तो बस जनता की जाएगी ‘जानी’,
जनता का सरकार से, जब सामना है।