हमारे किसी महापुरुष ने कहा था कि हमारा देश, लोकतंत्र की जननी है। लेकिन आजकल हमारा प्यारा देश लीक- तंत्र का पप्पा बना हुआ है। देश में हर तरफ खटाखट- खटाखट पेपर लीक हो रहे हैं। पेपर लीक में हम लोग दुनिया में नंबर वन बन गए हैं। हमारे पप्पा युद्ध भले ही रुकवा लें, लेकिन एक भी पेपर लीक नहीं रोक पा रहे। हमारा देश ऐसे ही विश्व गुरु नहीं है।पेपर लीक ने तो नीट को भी डर्टी बना दिया। और एनटीए ने पेपर कैंसिल, स्थगित, धांधली और नकल से हर परीक्षा को ही फर्जी बना दिया है।
हमारा देश ऐसे ही विश्व गुरु नहीं है। हम हर देश की सरकारों को दिखा और सिखा रहे हैं कि कैसे पेपर लीक से छात्रों और समाज का भला किया जा सकता है। विश्व गुरु तो हम पहले ही थे, अब तो लीकेज गुरु भी हो गए हैं। केवल पेपर लीक ही नहीं हर कलर, हर डिजाइन के लीकेज। हर समय और हर जगह लीकेज करने में हम लोग माहिर हैं।
आए दिन खबरें आती रहती हैं कि आधार कार्ड का डाटा लीक हो गया है। बैंक ग्राहकों का डाटा भी लीक होता ही रहता है। इन सब लीकों के कारण दिन भर में 50 फोन आपके नाम के साथ आपको आते रहते हैं। कभी-कभी लोन देने के लिए, कभी कोई स्कीम बेचने के लिए। लीकेज का सिलसिला सिर्फ यहीं तक नहीं रुकता। आजकल तो खबरें आ रही हैं कि पहली ही बारिश में राम मंदिर में भी पानी लीकेज हो गया है। तो कहने का मतलब यह है कि लीकेज हमारे यहां सर्वत्र है, सर्वव्यापी है। ठेकेदारों से कमीशन लीकेज करवाने के कारण आए दिन नई बिल्डिंग और पुल, लीक होकर धरती मां को चूमते ही रहते हैं।
वैसे अगर परीक्षाओं के पेपर लीक की बात की जाए तो इसके बहुत सारे फायदे होते हैं। पेपर लीक का पहला फायदा तो छात्रों का आत्मविश्वास बढाना होता है। अब परीक्षा पास करने के लिए दिन-रात मेहनत करके पढ़ने की जरूरत नहीं। बस जरा सा पेपर लीक हो जाए और हर छात्र अव्वल।
पेपर लीकेज का दूसरा फायदा यह है कि इससे शिक्षकों की मेहनत भी बच जाती है। और पेपर लीक होने से जो छात्र पेपर नहीं खरीद सकते, उनमें ट्यूशन सेंटर की मांग बढ़ जाती है। इससे शिक्षकों की आय भी बढ़ जाती है। पेपर लीक का तीसरा फायदा मां-बाप को मिलने वाली खुशी होती है। बस मां-बाप ने जरा सा पेपर खरीद लिया और बच्चे ने उनका नाम रोशन किया। इस तरह पेपर लीक से मां-बाप अपने बच्चों पर गर्व महसूस करने का मौका पाते हैं।
पेपर लीक का चौथा फायदा यह है कि पेपर-लीक समानता की मिसाल कायम करता है। जो भी पैसे वाले हो, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म, कुल, गोत्र या संप्रदाय से हो, उन सबको पेपर लीक से समान रूप से फायदा होता है।
पेपर लीक से छात्रों के समय की बचत होती है। और सब जानते हैं कि समय बहुमूल्य होता है। वैसे भी बच्चों के पास समय कहां होता है? सोशल मीडिया, वीडियो गेम्स, मौज मस्ती के लिए भी तो समय चाहिए, जो की पेपर लीक से ही मिल पाता है।
पेपर लीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके कारण तनाव मुक्त परीक्षा होती है। पेपर मिलने के बाद छात्रों और उनके माता-पीताओं का परीक्षा के कारण होने वाला तनाव खत्म हो जाता है। उन्हें पास होने की चिंता बिलकुल नहीं करनी होती और वह आराम से अच्छे अंक ला सकते हैं।
पेपर लीक से ज्ञान की अतिरेकता कम होती है। इससे बच्चों को केवल उत्तर याद रखना होता है, जिससे उनका दिमाग अनावश्यक जानकारी के बोझ से मुक्त रहता है। पेपर-लीक, कठिन पाठ्यक्रम का समाधान भी होता है, मां-बाप को पेपर लीक से आए हुए नंबरों को देखकर अपने बच्चों पर गर्व करने का मौका मिलता है।
पेपर लीक का सबसे बड़ा फायदा तो सरकार को होता है। उसे शिक्षा में किसी सुधार की जरूरत ही नहीं पड़ती। सारे बच्चे पास हो जाते हैं और उनके रिजल्ट भी शानदार आते हैं। इस तरह देश की शिक्षा व्यवस्था का दुनिया में डंका भी बज जाता है।
अब इतने सारे फायदों को देखकर हमारी सरकार को चाहिए कि वह पेपर लीकेज के तरीकों का पेटेंट करा ले। और पेपर लीक में लगने वाले भारी धन को देखते हुए इसके लिए एक अलग से लीकेज मंत्रालय बना दे। वैसे भी सरकार में एक मंत्रालय तो बाकायदा सरकारी सूचनाओं को लीकेज करने के लिए ही होती है जिसे सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय कहते हैं। तो लीक-तंत्र के लिए भी एक मंत्रालय अवश्य होना चाहिए। इस तरह आज के समय में
लीकेज की महत्ता को देखते हुए हम सभी को लीक-तंत्र के लोकतंत्र की जय बोलना चाहिए।