तुम पब्लिक हो, इंतजार करो...
हम रामराज्य ले आएँगे, हमपे केवल एतबार करो
तुम पब्लिक हो, इंतजार करो.....
तुम भोली- भाली जनता हो, भारत में तुम्हारा खाता है।
लेकिन हम जो भी खाता है, सीधे स्विसबैंक में जाता है।
तुमको भी मौका मिलेगा बस, पहले मेरा घर-बार भरो,
तुम पब्लिक हो, इंतजार करो.....
टूजी, कोयला घोटालों में, बस घूस कमीशन खाएँगे।
जब तुम ज्यादा चिल्लाओगे, सीबीआई जाँच कराएंगे।
तुम तो केवल सीबीआई की, जाँचों पर एतबार करो,
तुम पब्लिक हो, इंतजार करो.....
हम बस भावना भड़काएंगे, दंगे -फसाद करवाएंगे ।
खुुद नरक में हम तो जी लेंगे, बस स्वर्ग तुम्हें पहुंचाएंगे।
अपना न बाल बांका होगा, तुम पब्लिक हो, हर बार मरो,
तुम पब्लिक हो, इंतजार करो.....
हम तो बस मौज उड़ायेंगे, और चिकन तंदूरी खाएँगे।
तुम पैदल चलने को तरसो, हम सैर हवाई जायेंगे।
तुम तो सड़कों के गड्ढों को, चाहे नावों से पार करो,
तुम पब्लिक हो, इंतजार करो.....
सिर्फ तुम्हारी खातिर ही, हम कड़े फैसले लाएँगे।
बंद करेंगे नोट भी और, जीएसटी भी लगवाएंगे।
देशभक्ति में डूब के तुम, लाईन में हर बार मरो,
तुम पब्लिक हो इंतजार करो....
रेल बिके या बैंक बिके, बिक जाएँ कंपनियाँ सारी।
देश की सेवा होगी अब, बेंच-बेंच संपत्ति सरकारी।
हम देश नहीं बिकने देंगे, तुम तो इसपे एतबार करो,
तुम पब्लिक हो इंतजार करो........
तुम काम-धाम क्यों करते हो? चुप बैठो और आराम करो।
हम पेट तुम्हारा भर देंगे, तुम वोट हमारे नाम करो।
हम सीधे पैसा भेजेंगे, तुम तो केवल आधार धरो,
तुम पब्लिक हो, इंतजार करो.....
हम पाँच साल में आएँगे, और सब्जबाग दिखलायेंगे ।
जो जीत गए, तो क्षेत्र में अपने, कभी नजर ना आएँगे।
तुम मुझे देखने को जानी, ना दिल अपना बेकरार करो,
तुम पब्लिक हो, इंतजार करो.....