Menu

मनोज जानी

बोलो वही, जो हो सही ! दिल की बात, ना रहे अनकही !!

header photo

Blog posts : "कविता गजल "

बाबा फूले ने राह दिखाई है.........

बाबा फूले ने राह दिखाई है।
गुलामगीरी सबकी छुड़ाई है।
 
राष्ट्रीयता आए ना सब में, 
जब ना जाति का भेद मिटे। 
होगा ना संघर्ष सफल भी,…

Read more

जोगीरा सा रा रा रा रा … (होली स्पेशल) - 2024

निकल रही है महंगाई से, फाग में मुंह से झाग
डीजल गैस के दाम ने देखो, पकड़ लिया है आग
जोगीरा सा रा रा रा रा …

बेगारी सुरसा के मुंह सी, बढ़े यह…

Read more

अब तो जाग ससुर के नाती...

अब तो जाग ससुर के नाती...
 

निकला सूरज, रात है भागी।

अब तो जाग, ससुर के नाती।
 

पांच किलो गेहूं चावल की,

तुम मरते हो लाइन में।…

Read more

गुनहगार भी तुम्हीं..

मुंसिफ भी हो तुम्ही, और गुनहगार भी तुम्हीं।

तुम ही हो कार्पोरेट, और सरकार भी तुम्हीं।

 

जनता को कौन राह, दिखाएगा आजकल,…

Read more

फिर इलेक्शन आ रहे हैं…

फिर ......
इलेक्शन आ रहे हैं…

जिन अछूतों को कभी,
मानव नहीं समझा गया।
कुम्भ में उन भंगियों के, 
पाँव धोये जा रहे हैं। 

फि…

Read more

कौन मरेगा, फिक्स है............

जला पसीना ईंट पकाया,

छेनी से भगवान बनाया।

मन्दिर मस्जिद बन जाने पर,

जो अंदर भी ना जा पाया।
 

किसके छूने पर भगवन को,…

Read more

अपना संविधान है.... (संविधान दिवस पर )

अपना संविधान है.... 

सबको गरिमा से जीने का,
हक देता संविधान है।
वर्ण-लिंग या जाति-धर्म सब,
उसके लिए समान है।

वैज्ञानिक चेतना बढ़ाए…

Read more

बहुत देर तक रहा.....

ये दिल तो बेकरार, बहुत देर तक रहा।
उनका भी इंतजार, बहुत देर तक रहा।

हम बेखुदी में ही रहे, जब वो चले गए,
ख़ुद पर न अख़्तियार, बहुत देर तक रहा।…

Read more

पहली शिक्षक सावित्री माई...

शिक्षा देने की खातिर भी,

जिसने लड़ी लड़ाई 

शिक्षा की देवी, पहली, 

शिक्षक, सावित्री माई  
 

भेदभाव और शोषण की, 

जब लटकी थी तल…

Read more

सावित्री माई गीत

श्रद्धा सुमन चढ़ायेंगे हम

आज सावित्री माई को।

अंधकार अज्ञान मिटाने

लेकर चली पढ़ाई को।
 

सहा बहुत अपमान उपेक्षा

Read more

शिक्षा हमें समान चाहिए…

ना कोई एहसान चाहिए, अपना हक सम्मान चाहिए,

शिक्षा हमें समान चाहिए, शिक्षा हमें समान चाहिए।
 

डेस्क बेंच पर एक पढ़े और दूजा रद्दी, टाट पर।…

Read more

हिसाब क्या देंगे ?

हम अपने प्यार का, उनको हिसाब क्या देंगे ?
सवाल ही जो गलत है,  जवाब  क्या  देंगे ?

पिलाते हैं जो खुशी, नाप के पैमानों   से,…

Read more

सारे मसले, बारी बारी लिया करो......

सारे मसले, बारी बारी लिया करो।
बस चुनावकी ही, तैयारी किया करो।

देशभक्ति कब तक बस, चमचागीरी से,
नेताओं से कुछ, गद्दारी किया करो।…

Read more

जनता की आह यूँ ही, बेकार नहीं होती ....

जनता की आह यूँ ही, बेकार नहीं होती ।
केवल फतह, फरेब से, हर बार नहीं होती।

खुद पे हो भरोसा और, जज्बा बुलंद हो,
उसको किसी मदद की, दरकार न…

Read more

लोग मरते रहे ....

लोग मरते रहे, छटपटाते रहे।
अपने-अपने मसीहा, बुलाते रहे।

वक्त ही ना मिला, उन मसीहाओं को,
और दरिंदे तो, लाशें बिछाते रहे।…

Read more

हम आदमी ही आदमी का, मांस खा रहे हैं....

एक दूसरे  को  हिंदू , मुस्लिम  जला रहे हैं।
हम आदमी ही आदमी का, मांस खा रहे हैं।

है कौन बड़ा दोषी, और  कौन  मसीहा  है?
जब मिलक…

Read more

रावण की औलादें हैं जो........

नफरत हिंसा फैला कर जो, देशद्रोह का काम कर रही।
रावण की औलादें हैं जो, राम को बस बदनाम कर रही।

जय श्रीराम बोलकर जब, मुस्लिम की लाश बिछाता है।…

Read more

हे भारत के बहुजन बोलो..............

भेदभाव, अन्याय, उपेक्षा, कब तक यूं ही सहना है?

हे भारत के बहुजन बोलो, कब तक यूं चुप रहना है?

 

बहुजन को दास बनाने हित, ब्राह्मण ने वेद-पुराण रचा।…

Read more

हम भी लूटें, तुम भी लूटो.........

हम भी लूटें, तुम भी लूटो, लूटने की आजादी है।

सबसे ज्यादा वो लूटेगा, जिसके तन पर खादी है।
 

मंदिर-मस्जिद में उलझाओ, या लाखों के वादे दो,…

Read more

फिर से इलेक्शन आ रहे है।

फिर से.........
इलेक्शन आ रहे हैं।

जिन अछूतों को कभी,
मानव नहीं समझा गया।
कुम्भ में उन भंगियों के, 
पाँव धोये जा रहे हैं। …

Read more

20 blog posts

आपकी राय

Very nice 👍👍

Kya baat hai manoj Ji very nice mind blogging
Keep your moral always up

बहुत सुंदर है अभिव्यक्ति और कटाक्ष

अति सुंदर

व्यंग के माध्यम से बेहतरीन विश्लेषण!

Amazing article 👌👌

व्यंग का अभिप्राय बहुत ही मारक है। पढ़कर अनेक संदर्भ एक एक कर खुलने लगते हैं। बधाई जानी साहब....

Excellent analogy of the current state of affairs

#सत्यात्मक व #सत्यसार दर्शन

एकदम कटु सत्य लिखा है सर।

अति उत्तम🙏🙏

शानदार एवं सटीक

Niraj

अति उत्तम जानी जी।
बहुत ही सुंदर रचना रची आपने।

अति उत्तम रचना।🙏🙏

450;460;f8dbb37cec00a202ae0f7f571f35ee212e845e39450;460;1b829655f614f3477e3f1b31d4a0a0aeda9b60a7450;460;d0002352e5af17f6e01cfc5b63b0b085d8a9e723450;460;69ba214dba0ee05d3bb3456eb511fab4d459f801450;460;eca37ff7fb507eafa52fb286f59e7d6d6571f0d3450;460;9cbd98aa6de746078e88d5e1f5710e9869c4f0bc450;460;60c0dbc42c3bec9a638f951c8b795ffc0751cdee450;460;427a1b1844a446301fe570378039629456569db9450;460;dc09453adaf94a231d63b53fb595663f60a40ea6450;460;fe332a72b1b6977a1e793512705a1d337811f0c7450;460;cb4ea59cca920f73886f27e5f6175cf9099a8659450;460;7bdba1a6e54914e7e1367fd58ca4511352dab279450;460;6b3b0d2a9b5fdc3dc08dcf3057128cb798e69dd9450;460;7329d62233309fc3aa69876055d016685139605c450;460;0d7f35b92071fc21458352ab08d55de5746531f9450;460;f702a57987d2703f36c19337ab5d4f85ef669a6c450;460;946fecccc8f6992688f7ecf7f97ebcd21f308afc

आईने के सामने (काव्य संग्रह) का विमोचन 2014

400;300;611444ac8359695252891aff0a15880f30674cdc400;300;3c1b21d93f57e01da4b4020cf0c75b0814dcbc6d400;300;b158a94d9e8f801bff569c4a7a1d3b3780508c31400;300;9180d9868e8d7a988e597dcbea11eec0abb2732c400;300;6b9380849fddc342a3b6be1fc75c7ea87e70ea9f400;300;f7d05233306fc9ec810110bfd384a56e64403d8f400;300;e167fe8aece699e7f9bb586dc0d0cd5a2ab84bd9400;300;aa17d6c24a648a9e67eb529ec2d6ab271861495b400;300;24c4d8558cd94d03734545f87d500c512f329073400;300;ba0700cddc4b8a14d184453c7732b73120a342c5400;300;52a31b38c18fc9c4867f72e99680cda0d3c90ba1400;300;08d655d00a587a537d54bb0a9e2098d214f26bec400;300;497979c34e6e587ab99385ca9cf6cc311a53cc6e400;300;2d1ad46358ec851ac5c13263d45334f2c76923c0400;300;40d26eaafe9937571f047278318f3d3abc98cce2400;300;bbefc5f3241c3f4c0d7a468c054be9bcc459e09d400;300;321ade6d671a1748ed90a839b2c62a0d5ad08de6400;300;133bb24e79b4b81eeb95f92bf6503e9b68480b88400;300;0fcac718c6f87a4300f9be0d65200aa3014f0598400;300;dc90fda853774a1078bdf9b9cc5acb3002b00b19400;300;dde2b52176792910e721f57b8e591681b8dd101a400;300;7b8b984761538dd807ae811b0c61e7c43c22a972400;300;f5c091ea51a300c0594499562b18105e6b737f54400;300;7a24b22749de7da3bb9e595a1e17db4b356a99cc400;300;b6bcafa52974df5162d990b0e6640717e0790a1e400;300;a5615f32ff9790f710137288b2ecfa58bb81b24d400;300;76eff75110dd63ce2d071018413764ac842f3c93400;300;f4a4682e1e6fd79a0a4bdc32e1d04159aee78dc9400;300;e1f4d813d5b5b2b122c6c08783ca4b8b4a49a1e4400;300;0db3fec3b149a152235839f92ef26bcfdbb196b5400;300;648f666101a94dd4057f6b9c2cc541ed97332522400;300;02765181d08ca099f0a189308d9dd3245847f57b

हमसे संपर्क करें

visitor

897194

चिकोटी (ब्यंग्य संग्रह) का विमोचन 2012

400;300;6600ea27875c26a4e5a17b3943eefb92cabfdfc2400;300;acc334b58ce5ddbe27892e1ea5a56e2e1cf3fd7b400;300;639c67cfe256021f3b8ed1f1ce292980cd5c4dfb400;300;1c995df2006941885bfadf3498bb6672e5c16bbf400;300;f79fd0037dbf643e9418eb6109922fe322768647400;300;d94f122e139211ea9777f323929d9154ad48c8b1400;300;4020022abb2db86100d4eeadf90049249a81a2c0400;300;f9da0526e6526f55f6322b887a05734d74b18e66400;300;9af69a9bc5663ccf5665c289fc1f52ae6c1881f7400;300;e951b2db2cbcafdda64998d2d48d677073c32c28400;300;903118351f39b8f9b420f4e9efdba1cf211f99cf400;300;5c086d13c923ec8206b0950f70ab117fd631768d400;300;71dca355906561389c796eae4e8dd109c6c5df29400;300;b0db18a4f224095594a4d66be34aeaadfca9afb3400;300;dfec8cfba79fdc98dc30515e00493e623ab5ae6e400;300;31f9ea6b78bdf1642617fe95864526994533bbd2400;300;55289cdf9d7779f36c0e87492c4e0747c66f83f0400;300;d2e4b73d6d65367f0b0c76ca40b4bb7d2134c567

अन्यत्र

आदरणीय  कुशवाहा जी प्रणाम। कमेन्ट के लिए धन्यवाद ।
मनोज जी, अत्यंत सुंदर व्यंग्य रचना। शायद सत्ताधारियों के लिए भी जनता अब केवल हंसी-मजाक विषय रह गई है. जब चाहो उसका मजाक उड़ाओ और उसी के नाम पर खाओ&...
कुछ न कुछ तो कहना ही पड़ेगा , जानी साहब. कब तक बहरे बन कर बैठे रहेंगे. कब तक अपने जज्बातों को मरते हुए देखेंगे. आखिर कब तक. देश के हालात को व्यक्त क...
स्नेही जानी जी , सादर ,बहुत सुन्दर भाव से पूर्ण कविता ,आज की सच्चाई को निरुपित करती हुई . सफल प्रस्तुति हेतु बधाई .
तरस रहे हैं जो खुद, मय के एक कतरे को, एसे शाकी हमें, आखिर शराब क्या देंगे? श्री मनोज कुमार जी , नमस्कार ! क्या बात है ! आपने आदरणीय डॉ . बाली से...